-
조회 수: 2833, 2003-04-17 22:37:57(2003-04-17)
-
크신 주님안에 그저 숨고만 싶습니다.
그러나,
아바...
너무도 적은
저를 통하여
드러나고 싶으시다고..
제 안에
제한되어 계신
주님...
저의 작아진 방에서
아버지, 아버지.......목청껏 외쳐봅니다..
왜..저를 이토록 사랑하시냐구요...끈질기게..더욱 애절하심을 고백하시면서....
저 아직도 애기처럼 치마폭에 숨고만 싶은데..
그러니..하나 하나 다시 가르쳐 주세요..
저에게 주어진 작은 일들이
당신이 하시는 일임을 알 수 있도록....
번호 | 제목 | 닉네임 | 조회 | 등록일 |
---|---|---|---|---|
144 | 김장환 엘리야 | 473 | 2010-01-02 | |
143 | 김장환 엘리야 | 472 | 2010-12-07 | |
142 | 김장환 엘리야 | 472 | 2010-11-05 | |
141 | 김장환 엘리야 | 472 | 2010-05-18 | |
140 | 김장환 엘리야 | 472 | 2009-11-07 | |
139 | 김장환 엘리야 | 471 | 2010-12-14 | |
138 | 김장환 엘리야 | 471 | 2010-10-12 | |
137 | 김장환 엘리야 | 471 | 2010-09-18 | |
136 | 김장환 엘리야 | 471 | 2010-01-25 | |
135 | 김장환 엘리야 | 470 | 2011-04-01 | |
134 | 김장환 엘리야 | 470 | 2010-07-26 | |
133 | 김장환 엘리야 | 469 | 2010-12-27 | |
132 | 김장환 엘리야 | 469 | 2010-09-13 | |
131 | 김장환 엘리야 | 469 | 2010-07-08 | |
130 | 김장환 엘리야 | 469 | 2010-04-30 | |
129 | 김장환 엘리야 | 469 | 2010-02-16 | |
128 |
그냥 친구, 진짜 친구
+1
| 김장환 엘리야 | 469 | 2010-01-31 |
127 | 김장환 엘리야 | 469 | 2009-10-17 | |
126 | 김장환 엘리야 | 468 | 2010-12-16 | |
125 | 김장환 엘리야 | 468 | 2010-02-19 |