-
조회 수: 1780, 2004-06-30 17:17:51(2004-06-30)
-
그동안 매일 올라오는 <오늘의 말씀>을 자주 읽지 못했습니다.
왜냐하면 우쯕에 폭이 좁게 일부만 나오므로 화살표를 눌러서 읽어야 하고
한눈에 다 안들어 왔거든요.
그런데 오늘 우연히 <즐겨찾기>를 숨겨 버리니 완전히 한눈에 볼수 있게 나타나네요.
조금마한 발견인데 무척 기쁩니다.
이제부터는 매일매일 말씀을 읽고 마음속에 되새기겠습니다.
할렐루야!
번호 | 제목 | 닉네임 | 조회 | 등록일 |
---|---|---|---|---|
1415 | 김장환 엘리야 | 1500 | 2008-07-21 | |
1414 | 리도스 | 1500 | 2007-08-12 | |
1413 | 김장환 엘리야 | 1500 | 2007-01-21 | |
1412 |
퍼온글
+2
| 김장환 엘리야 | 1500 | 2006-12-15 |
1411 | 임용우 | 1500 | 2005-08-02 | |
1410 | 김장환엘리야 | 1499 | 2013-02-12 | |
1409 | 김장환 엘리야 | 1499 | 2012-09-24 | |
1408 | † 양신부 | 1499 | 2010-10-19 | |
1407 | 임용우 | 1499 | 2008-12-12 | |
1406 | 강인구 ^o^ | 1499 | 2007-07-27 | |
1405 | 김장환 엘리야 | 1499 | 2005-12-12 | |
1404 | 김장환 엘리야 | 1499 | 2005-07-15 | |
1403 | 이병준 | 1499 | 2005-03-11 | |
1402 |
하람에서 보내는 편지
+1
| 강인구 | 1499 | 2004-09-17 |
1401 | 김장환 엘리야 | 1499 | 2004-04-06 | |
1400 | 김장환엘리야 | 1498 | 2014-10-31 | |
1399 |
성주간의 풍요로움...
+3
| 김장환엘리야 | 1498 | 2013-03-27 |
1398 | 청지기 | 1498 | 2012-09-02 | |
1397 |
회장님 말씀에 힘입어
+3
| 조기호 | 1498 | 2009-02-05 |
1396 | 김장환 엘리야 | 1498 | 2008-06-18 |